प्रेम ही सेवा है - ओशो
प्रिय सोहन, तेरा पत्र मिला है। अंगुली में क्या चोट मार ली है? दीखता है कि शरीर को कोई ध्य न नहीं रखती है। और, मन के अशांत ह...
प्रिय सोहन, तेरा पत्र मिला है। अंगुली में क्या चोट मार ली है? दीखता है कि शरीर को कोई ध्य न नहीं रखती है। और, मन के अशांत ह...
प्यारी सोहन, प्रेम। कल रात्रि जब सारे नगर में दिए ही दिए जले हुए थे तो मैं सोच रहा था कि मेरी सोहन ने भी दिए जलाए हो...
प्रिय सोहन, स्नेह। मैं आनंद में हूं। आज रात्रि ही पुन: बाहर जा रहा हूं। बंबई आकर मिल सकी, यह शुभ हुआ। तुम्हारे भीतर...
प्रिय सोहनवाई प्रेम। तुम्हारा पत्र मिला है। जो शांति मुझमें है, उसे चाहा है। किसी भी क्षण वह तुम्हारी ही है। वह हम सब की अ...
प्रिय सोहनवाई, स्नेह, बहुत बहुत स्नेह । मैं बाहर से लौटा हूं तो आपका पत्र मिला है। उसके शब्दों से आपके हृदय की पूरी आकुलता मुझ ...
मेरे प्रिय। प्रेम। तुम्हारा पत्र पाकर अत्यंत आनंदित हूं। ऐसा हो भी कैसे सकता है कि प्रेम की किरण आवे और साथ में आ...
मेरे प्रिय, प्रेम। प्रेम भी आग है। ठंडी आग! फिर भी उसमें जलना तो पड़ता ही है। लेकिन, वह निखारता भी है। निखारने के लिए ...
प्यारी संगीता, प्रेम। आकाश में चांद उगे तब उसे एक टक निहारना-शेष सब भूल कर। स्वयं को भी भूलकर। तव ही तू जानेगी उस संगीत...
प्रिय, हसुमति, प्रेम। असंभव भी असंभव नहीं है। बस संकल्प चाहिए। और संभव भी असंभव हो जाता है। बस, संकल्पहीनता चाहिए। ...
परम प्रिय, प्रेम। पत्र मिला है। उससे आनंदित हूं। सत्य के लिए, शांति के लिए, धर्म के लिए, हृदय जब इतनी अभीप्सा से भरा है, तो...
प्रिय वहिन, प्रणाम। आपका पत्र मिला है। मैं प्रतीक्षा में ही था। राजनगर की यात्रा आनंदपूर्ण रही है। धर्म साधना योग की दिशा क...
प्रिय बहिन, प्रणाम। मैं प्रतीक्षा में ही था कि पत्र मिला है। जीवन में आपके प्रकाश भर जाए और आप प्रभु को समर्पित हो स...
प्रिय वहिन, प्रणाम। आपका पत्र मिले देर हो गई है। मैं शांति पाने की आपकी भावना से आनंद से भर जाता हूं। यह विचार अपने से...
प्रिय वहिन, प्रभू की अनुकंपा है कि आप भीतर की ज्योति के दर्शन में लगी हैं। वह ज्योति निश्चि त ही भीतर है जिसके दर्शन से जी...
सुश्री जया जी, प्रणाम। मैं वाहर था : मेरे पीछे घूमता हुआ आपका पत्र मुझे यात्रा में मिला। उसे पा कर आनंद हुआ है। जीवन म...
पुराना चर्च - ओशो एक बहुत पुराने नगर में उतना ही पुराना एक चर्च था। वह चर्च इतना पुराना था कि उस चर्च में भीतर जाने में भी प्रार्थना करने ...